जुलाई पहला पखवाड़ा |
- शीतोष्ण फलों में मल्च को तौलियों से हटाने का काम मौनसून से पूर्व ही पूरा कर लें|
- निचले मध्यवर्ती शीतोष्ण क्षेत्र में सेब की अगेती किस्मों की तुड़ाई कर लें व मुख्य किस्मों रॉयल डिलीशियस की तुड़ाई भी तैयार होते आरम्भ कर दें|
- पकने से पूर्व ही फल झड़ने की समस्या को रोकने के लिए फल गिरने के लगभग एक सप्ताह पूर्व प्लेनोफिक्स 1 मि.ली./ 4.5 ली.पानी में घोल कर छिडकाव करें|
- तौलिओं में बरसात का पानी न टिके इसके लिए पानी के निकास के लिए नालियां खोद लें|
- गुठलीदार फलों की तुड़ाई का काम पूरा कर लें|
- सेब के पौधों की अधिक फलों से लदी हुई शाखाओं को लकड़ी के डंडे या रस्सी से सहारा दें|
- यदि ओलों के लिए जालियां लगी हो तो उन्हें उतार दें|
- पत्ती विशलेष्ण के लिए सेब की पत्तियों के नमूने इकट्ठे कर तुरंत प्रयोगशाला को भेजें|
- अखरोट व पिकन नट में पैच एनुलर विधि द्वारा लगाये|
- नर्सरी से खरपतवार निकालें|
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सदाबहार फलदार पौधें :-
- मल्च को हटाने का काम आरम्भ करें|
- तौलियों में हल्की गु्ड्डी कर खरपतवार से मुक्त रखे तथा तौलिए अच्छी प्रकार तैयार कर लें|
- अमरुद के फलों की तुड़ाई पूरी कर लें|
- तौलियों से मौनसून के पानी के निकास का उचित प्रबंध करें|
- सदाबहार फल पौधों को वर्षा ऋतू के साथ ही लगाने का कार्य प्रारंभ करें|
- लीची में गुट्टी बांधें|
- सदाबहार फलों की नर्सरी से खरपतवार निकालें|
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जुलाई दूसरा पखवाड़ा
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शीतोष्ण फल :-
- मध्यवर्ती क्षेत्रों में सेब के फलों का तुड़ान करके ग्रेडिंग, पैकिंग आदि कर मंडियों में भेजें|
- नाशपाती की अगेती व मध्यवर्ती किस्मों के फलों की तुड़ाई का काम भी पूरा कर लें|
- अखरोट व पिकन नट में पैच व एनुलर चश्मा विधि से प्रवर्धन करें|
- किवी व अनार की कलमें लगाने का सही समय|
- किवी की पौध को सीड बैड से नर्सरी बैड में रोपित करें|
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सदाबहार फल :-
- फल पौधों को लगाने का कार्य जारी रखें|
- तौलियों से जल निकासी के लिए अलग प्रबंध न किया हो तो शीघ्र नालियां आदि बना लें|
- आम से साइड विनियर ग्राफ्टिंग व लीची, अमरुद में एयर लेयरिंग(गुट्टी) कर लें|
- लीची में गुट्टी लगाने का सही समय|
- आम कि गुठली को इकटठा करें और बुआई करें|
- नर्सरी के पौधों को उखाड कर उसे बेचने का काम शुरू करें|
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