फल संरक्षण |
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अतिरिक्त फल व् सब्जियों का प्रापणराज्य के विभिन्न जिलो में उद्यान विभाग के द्वारा 8 फल डिब्बाबंदी इकाइयां कार्यरत है जैसे नवबहार (शिमला), नगरोटा बागवां (कांगड़ा), शामशी (कुल्लू), धौलाकुआं , राजगढ़ (सिरमौर), निहाल (बिलासपुर), रिकांग पीओ (किन्नौर) और राजपुरा (चंबा). एमआईएस (मार्केट इंटरवेंशन स्कीम)जैसी नामी एजेंसियां आवश्यकता के अनुसार विभिन्न प्रकार के उत्पादों के निर्माण के लिए बिक्रि योग्य फल व् सब्जियां बागवानों से न्यूनतम दरों पर उत्पादकों द्वारा खरीदे जाते है| |
फल एवं सब्जियों की बिक्री के उत्पादइन 8 इकाइयों के द्वारा तैयार फल एवं सब्जी के उत्पादों को उचित मूल्य पर फैक्ट्री बिक्री कंद्रो में उपलब्ध करवाया जाता है| थोक मूल्य उन लोगो को दिया जाता है जो एक दर्जन के उत्पाद लेते है, साथ ही वितरक दर की सुविधा भी उपलब्ध है जो 10,000 रु. या इससे अधिक के उत्पाद को खरीदने की क्षमता रखते हो| बिक्री के लिए राज्य में विभिन्न स्थानों में स्थित विभागीय बिक्री केन्द्रों के माध्यम से उचित मूल्य (बिक्री केन्द्रों की सूची अनुबंध-I के रूप में संलग्न है)पर इन इकाइयों द्वारा निर्मित स्वादिष्ट एवं पोषण उत्पादों के प्रापण की सुविधा भी है. विभाग द्वारा "हिमसु" फलों के उत्पादों की बिक्री के लिए हर व्यक्ति को उनकी दुकान के माध्यम से एक वितरक के रूप में कार्य करने का अवसर भी प्रदान करता है| इसके अतिरिक्त विभाग द्वारा निर्मित एवं बेचे गये उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए एक गुणवत्ता नियंत्रण एवं उत्पाद मानवीकरण परीक्षण प्रयोगशाला उद्यान निदेशालय, नवबहार,शिमला-2 में स्थापित की गई है जोकि फलों व् सब्जियों के उत्पादों में भौतिक, रासायनिक तथा सूक्ष्म जीवो का विश्लेषण करते है| |
सामुदायिक डिब्बाबंदी सेवाएंप्रदेश के इच्छुक लोगों को विभागीय फल डिब्बाबंदी इकाइयों द्वारा सामुदायिक डिब्बाबंदी सेवाओं का उपयोग करने के लिए सहायता प्रदान की जाती है, जिसके तहत कोई भी व्यक्ति अपने स्वयं के उपभोग के लिए उचित दरों पर फलों एवं सब्जियों के उत्पादों का निर्माण कर सकते हैं| इस जानकारी के लिए वे संबंधित क्षेत्रों के इकाई प्रभारी से संपर्क कर सकते हैं| यह सेवा 5 सामुदायिक फल विधायन सह प्रशिक्षण केन्द्र द्वारा प्रदान की जा रही है, जोकि टौनी देवी व नादौन (जिला हमीरपुर), देहरा व नूरपुर (जिला कांगड़ा) तथा कीनो (ऊना)में स्थित है| |
फलों व् सब्जियों का संरक्षण करने के लिए प्रशिक्षणप्रदेश के विभिन्न स्थानों में फलों एवं सब्जियों के संरक्षण के लिए गृह स्तर पर प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जाता है जिसका प्रशिक्षण उपरोक्त अधिकारियों व् उच्च अधिकारियों द्वारा दिया जाता है| खासकर महिलाओं के लिए महिला मंडलों के माध्यम से , पंचायतों, युवा केन्द्रों आदि की मांग के अनुसार प्रत्येक शिविर में कम से कम 25 प्रतिभागियों को एक या दो दिन का प्रशिक्षण दिया जाता है. |
तकनीकी जानकारीइच्छुक उद्यमियों को फलों एवं सब्जियों की विधायन इकाई स्थापित करने के लिए प्रभारी अधिकारी के द्वारा तकनीकी मार्गदर्शन व् जानकारी दी जाती है , वर्णित क्षेत्रो में फल विधायन इकाई| |